मुंबई. अजय देवगन अपने कुछ रोल्स के लिए बख़ूबी जाने जाते हैं। जैसे ‘प्यार तो होना ही था’ का शेखर और ‘हम दिल दे चुके सनम’ का वनराज! इन सबके अलावा, एक ऐसा रोल है जिससे उनकी अलग पहचान बन गई है और वो है ‘विमल पान मसाला’ के विज्ञापन में उनका ज़ुबान केसरी रोल! लेकिन पिछले कई दिनों से अजय और विमल के बीच सब कुछ ठीक नहीं चल रहा है। ख़बर है कि अजय देवगन ने विमल पान मसाले पर तब केस कर दिया, जब उनके विज्ञापन के अनुसार अजय को उसके दाने-दाने में केसर का दम नहीं मिला।
“चुटकी भर केसर की क़ीमत तुम क्या जानो विमल बाबू!”
इस बारे में कुछ भी यार को इंटरव्यू देते हुए अजय ने कहा, “हाँ! यह सच है कि मैंने उस कम्पनी पर केस किया है, जिसका मैं ब्राण्ड एंबेसडर हूँ। एक्चुअली, मुझे उन लोगों ने शूट से पहले बताया था कि इसके दाने-दाने में केसर का दम है। लेकिन परसों जब मुझे रात को केसर वाला दूध पीने का मन हुआ और मुझे केसर नहीं मिला तो मैंने दूध में विमल डाल दिया। जिसके बाद दूध पूरा फट गया। उसमें केसर का नाम-ओ-निशान तक नहीं था। बस तभी मैंने सोच लिया कि मैं इन्हें कोर्ट में ज़रूर घसीटूँगा!”
इस सब पर विमल पान मसाला के मालिक खैनीचंद शर्मा का कुछ और ही कहना था। उन्होंने कहा, “अजय पागल हो गया है। ऐसे लोग ही होते हैं जो गुलाब जामुन में गुलाब और जामुन ना मिलने पर हलवाई को ही पीटने लगते हैं। हमारी पैकिंग पर साफ़-साफ़ लिखा है कि इसमें केसर का सेंट मिला है ना कि असली केसर! लेकिन शायद उसने ठीक से पढ़ा नहीं। उसकी इन्हीं हरकतों की वजह से ऐश्वर्या, सलमान के पास चली गई थी।”
वैसे ऐसा पहले भी हो चुका है, जब मथुरा का एक युवक सुनार के पास सोना-चाँदी च्यवनप्राश के बदले तीस हज़ार रुपए लेने चला गया था और ना मिलने पर उसने इमामी कम्पनी पर केस कर दिया था।
ख़ैर अब मामला कानपुर कोर्ट में है। इसलिए खैनीचंद जी को डरने की ज़रूरत नहीं है क्योंकि कानपुर वाले तो गुटखा किंग का साथ देंगे ही देंगे! मिलावटी के इस दौर में जहाँ ईमानदार नेताओ में ईमानदारी नहीं दिखती, वहाँ पान मसाले में केसर ढूँढना सरासर बेवक़ूफ़ी नहीं है तो क्या है? आप ही बताइए!