सोनीपत. दिल्ली सहित आसपास के इलाकों में बुधवार रात आए भूकंप ने सोनीपत में एक युवक की जान ले ली। मृत युवक की पहचान सोनू मक्कड़ (21) के रूप में की गई है। सोनू शहर की बैंक कॉलोनी के एक घर की दूसरी मंज़िल पर किराए पर रहता था।
सोनू के दोस्त विजेन्द्र सिंह ने बताया कि जिस रात भूंकप आया मैं और सोनू कमरे में ही थे। मैं गृहशोभा मैगज़ीन पढ़ रहा था और सोनू फेसबुक पर दोस्तों के साथ चैट कर रहा था। अचानक मुझे कमरे की दीवार हिलने का अहसास हुआ। बेड हिला तो मैं जान गया भूकंप आया है। मैं फौरन चिल्लाया और सोनू को नीचे भागने के लिए कहा। मगर ये जानकर कि भूकंप आया है, सोनू काफी एक्साइटेड हो गया…उसका कहना था कि तुम चलो…मेरे दिमाग में भूकंप को लेकर बहुत अच्छी लाइन है…अभी नहीं लिखूंगा तो वेस्ट हो जाएगी…बस…अपडेट करके आता हूं।
ताज़ा मामला बताता है कि किस तरह फ़ेसबुक हमारे युवाओं को लीलता जा रहा है
बकौल विजेन्द्र, ‘सिर्फ स्टेटस अपडेट भी किया होता तो कोई बात नहीं थी…दिनभर फेसबुक पर बैठे रहने के कारण सोनू की टाइपिंग स्पीड भी अच्छी हो गई थी…वो अपडेट कर फौरन नीचे भी आ सकता था…मगर मुझे ये जानकर ज़्यादा दुख हुआ कि अपडेट करने के बाद भी वो नीचे नहीं आया और स्टेटस पर ‘लाइक’ और ‘कॉमेंट’ का इंतज़ार करने लगा।
इस बात का मुझे तब पता लगा जब मैंने देखा कि अपने ही स्टेटस के नीचे कॉमेंट कर उसने एक लड़की से शिकायत की हुई थी…’क्या मैडम रोज़-रोज़ लाइक कर चले जाते हो, कभी कॉमेंट करके हमारा हौसला भी बढ़ा दिया करो।’
दोस्त की याद में भावुक होते हुए विजेन्द्र ने कहा ये तो हद है…मैं पूछता हूं…अगर आपके घर में आग लग जाए तो पहले आप उसे बुझाने के लिए पानी की बाल्टी भरोगे या फिर फेसबुक पर अपडेट कर दोस्तों को बताओगे।
ख़ैर खुद को संभालते हुए विजेन्द्र ने आगे बताया कि फेसबुक स्टेटस पर ‘लाइक’ और ‘कॉमेंट’ को लेकर उनका दोस्त सोनू काफी भावुक था। यहां तक कि उसने ‘लाइक’ और ‘कॉमेंट’ के नाम से दो फाइलें बनाकर डेस्कटोप पर सेव कर रखी थीं। जिसमें दो साल पहले फेसबुक पर आने के बाद से उसके हर एक स्टेटस पर मिले ‘लाइक’ और ‘कॉमेंट’ का हिसाब था।
एक घटना का ज़िक्र करते हुए विजेंद्र ने कहा कि मुझे आज भी याद है जब सोनू के एक स्टेटस पर उसकी एक फेसबुक फ्रेंड ने LOL लिखा था मगर थोड़ी ही देर बाद उसने वो कॉमेंट डिलीट कर दिया। उसके बाद कम से कम पंद्रह बार सोनू ने उस लड़की को मैसेज कर पूछा कि मैडम जी एक बार बता दो कि आपने वो कॉमेंट डिलीट क्यों किया…मगर जवाब देना तो दूर उलटा उस लड़की ने अगले ही दिन उसे फ्रेंडलिस्ट से ही निकाल दिया।
ख़ैर जो ईश्वर को मंज़ूर था सो हो गया मगर आज ही मैं सोनू की फेसबुक वॉल देख रहा था…उसके भूकंप वाले स्टेटस को दो सौ से ऊपर लाइक मिले हैं और सौ से ऊपर कॉमेंट भी हैं…जिनमें आधे तो लड़कियों के हैं…और एक तो उस लड़की का भी है जिसने कुछ दिन पहले LOL लिख कर डिलीट कर दिया था…सच…ऊपर बैठा मेरा दोस्त अगर ये सब देखता होगा तो यही सोचेगा कि प्राण गंवाना व्यर्थ नहीं गया! और ये जानकर शायद थोड़ा दुखी भी होता कि उसके आख़िरी स्टेटस को एक दोस्त ने कॉपी पेस्ट कर अपने प्रोफाइल में यूज़ कर लिया है!