हम लोग ये क्यूँ भूल जाते हैं कि ‘हिन्दू मुस्लिम सिख ईसाई’ होने से पहले हम भारतीय हैं और भारतीय होने के साथ एक इंसान भी हैं ।
देश से बढ़ कर कोई धर्म , कोई जाती और कोई इन्सान नहीं हो सकता । कभी विभिनता में भी एकता कहा जाने वाला देश आज शायद धर्म और जातियों की आड़ में बिखरता सा जा रहा हैं। अपने धर्म का पालन करना गलत नहीं हैं पर दूसरे धर्म की इजात भी तो करनी चाहीए ।
आज कल एक नया मुद्दा trending मैं हैं, Zomato को बहिष्कार का अभियान चला जा हैं।
क्या हैं सारा मामला :
पं अमित शुक्ल ने ३० जुलाई को एक आर्डर Zomato से कैंसिल किया और इस बात को Twitter पर भी शेयर किया।
उन्हीने अपनी पोस्ट में लिखा कि अभी अभी Zomato पर एक आर्डर कैंसिल किया हैं क्युकि Zomato ने गैर-हिन्दू डेलिवरी बॉय को खाना पहुंचने मेरे पास भेजा हैं ।
उन्होंने ये भी कहा कि Zomato डेलिवरी बॉय चेंज नहीं कर सकते और न हे पैसे वापिस करेंगे , तो इस बात पर अमित शुक्ला ने Zomato से कहा की आप मुझे खाना लेने के लिए मजबूर नहीं कर सकते, मैंने रिफंड नहीं चाहता हूँ बस आर्डर कैंसिल कर दीजिये।
इसके बाद अमित शुक्ला ने अपने दूसरे टवीट में Zomato app को delete करने की जानकारी दी और लिखा कि
Zomato मुझ पर उन लोगो से डिलीवरी लेने का दबाव बनती हैं जिनसे लेना नहीं चाहते । फिर भी Zomato न तो रिफंड करती और न हे सहयोग | इसीलिए मैं ये app हटा रहा हूँ और इस मुद्दे पर वकील से बात करूंगा ।
Latest क्या चल रहा हैं –
अमित के इस टवीट से बाहत लोगो ने अमित को सही तो बहुत लोगो ने गलत बताया ।
Zomato Owner ने इस पर लिखा की हमें ऐसे ग्राहक की जरूरत नहीं हैं , इस बात ने तो जैसे आग में घी डालने का काम कर दिया और लोगो ने Zomato app डिलीट करना और इसका स्क्रीनशॉट सोशल मीडिया पर शेयर करना शुरू कर दिया और लोग वो फोटो जिसे Zomato का एक डिलीवरी बॉय किसी कॉस्टमर का खाना कहते हुए दिख रहा था , और खाने में कांच के टुकड़े मिले जैसी फोटोज और इमेजेज सोशल मीडिया पर शेयर करने लगे ।
जाने कहा से आते हैं ये लोग –
कुछ माह पहले Zomato से एक मुस्लिम लड़के ने डिलीवरी में हलाल खाना न मिलने पर शिकायत की थी और मांग की थी की उससे हलाल खाना ही मिले इस पर Zomato ने तुरंत शिकायत पर ध्यान दिया था।
#Zomato का दोगला Secularism ! @ZomatoIN
हिन्दू ग्राहक ने मुस्लिम डिलीवरी बॉय के कारण ऑर्डर लेने से इनकार किया, जोमैटो ने कहा, ‘खाने का कोई धर्म नहीं होता’ ! #BoycottZomato
एक मुस्लिम जब zomato से गैर-हलाल खाना मिलने पर डिलीवरी लेने से मना कर देता है तो वो धर्मनिरपेक्ष,… pic.twitter.com/NuEDjCNdQU
— Hari Shanker Pandey (@HSpandey_) July 31, 2019
सोशल मीडिया पर इस बात को बहुत जोर से उछाला जा रहा हैं और कहा जा रहा हैं की अगर Zomato अपने मुस्लिम कस्टमर्स को उनके धर्म के अनुसार धयान रखता हैं तो अमित शुक्ल अपने पावन महीने सावन में उस इंसान से खाना कैसे ले सकते हैं जो शायद वेजिटेरिअन नहीं हैं।
खबरी लाल (KBY Reporter ) => कहना चाहेंगे फिर तो अमित शुक्ला को माँ के हाथ का ही खाना खाना चाहिए क्यूकि हो सकता हैं की खाना बनाने वाला भी हिन्दू या वेजिटेरिअन न हो ।
Note – ‘कुछ भी यार’ किसी धार्मिक़ सोच या संसथान के साथ नहीं हैं ।
जय हिन्द जय भारत
आपको ये खबर कैसी लगी इसपर अपनी प्रीतिकीरता जरूर दे
धन्यवाद