नयी दिल्ली. महाराष्ट्र चुनाव से पहले भाजपा ने विनायक दामोदर सावरकर को भारत रत्न देने का वादा करके मास्टर-स्ट्रोक खेल दिया है। पार्टी के कई नेता सावरकर को भारत रत्न दिए जाने की वकालत कर चुके हैं, ऐसे में दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल ने भी विवादित बयान देते हुए सरकार से भारत रत्न देने की मांग की है।
अपने लिए भारत रत्न मांगते केजरीवाल
दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने एक प्रेस-कांफ्रेंस में कहा कि “यदि सरकार सावरकर को ‘भारत रत्न’ दे सकती है तो मुझे क्यों नही दे सकती! आखिर मैंने सावरकर से ज्यादा बार माफी मांगी है!
यह ठीक है कि सवारकर ने ब्रिटिश सरकार से माफी मांगी थी और मैं तो आज की सरकार से माफी मांगता फिरता हूँ, कहो तो गिनकर बता दूँ! इसलिए मेरे अनुभव को ध्यान में रखते हुए सावरकर के साथ मुझे भी ‘भारत रत्न’ दिया जाए।”
इस मामले पर भाजपा के नेता नितिन गडकरी ने साफ कर दिया कि सावरकर और केजरीवाल की तुलना हो ही नही सकती। सावरकर अंग्रेज़ों से तब माफी मांगते थे जब देश गुलाम था, ऐसी बर्बर ब्रिटिश सरकार को माफीनामे लिखना हर किसी के बस की बात नही है, केजरीवाल तो पहले भाव खाते हैं और बाद में चुपके से कोर्ट में माफ़ी मांग लेते हैं, दोनों में अंतर है!
वहीं केजरीवाल ने तो एक लोकतांत्रित देश मे चुनी हुई सरकार के नेताओं से माफी मांगी है, वैसे भी मानहानि के मामलो में माफी मांगने में कोई बहादुरी नही है इसलिए केजरीवाल को भारत रत्न देने का प्रश्न ही नही उठता।