दिल्ली. कॉमनवेल्थ खेलों की आयोजन समिति के प्रमुख रहे सुरेश कलमाडी ने दिल्ली हाईकोर्ट में याचिका लगा अण्णा हज़ारे के आंदोलन में भाग लेने के लिए ज़मानत की मांग की है। याचिका में कलमाडी ने कहा है कि तिहाड़ में अण्णा के साथ बिताए दो दिनों में वो उनसे इतने प्रभावित हुए हैं कि भ्रष्टाचार के खिलाफ उनकी लड़ाई में शामिल होना चाहते हैं इसलिए जब तक आंदोलन ख़त्म नहीं हो जाता, उन्हें ज़मानत पर रिहा रखा जाए।
गौरतलब है कि कुछ समय पहले ही कलमाडी ने संसद की कार्यवाही में भाग लेने के लिए ज़मानत अर्ज़ी लगाई थी जिसे अदालत ने न सिर्फ खारिज कर दिया था बल्कि अदालत का वक्त बर्बाद करने के लिए
कलमाडी की ताज़ा अपील पर अण्णा समर्थकों ने कुछ इस तरह अपने गुस्से का इज़हार किया
एक लाख का जुर्माना भी ठोका था।
कलमाडी ने याचिका में आगे लिखा है कि अण्णा का आंदोलन बेहद बड़ा है और चूंकि मेरे पास कॉमनवेल्थ खेलों के आयोजन का अच्छा-ख़ासा अनुभव है इसलिए मैं चाहता हूं कि यहां से रिहा होकर अण्णा के आंदोलन को सुचारू रूप से चलाने में उनकी मदद कर सकूं। साथ ही रामलीला मैदान में हज़ारों लोगों के सामने खुद को चार थप्पड़ लगाकर अपने किए पर माफी मांगूं।
हमारी याद्दाश्त नहीं गई
वहीं दिल्ली हाईकोर्ट ने कलमाडी की याचिका को न सिर्फ खारिज कर दिया बल्कि उन्हें चेताया कि वो अदालत के सब्र का इम्तिहान न लें। जस्टिस राजीव सहाय ने लगभग फटकारते हुए कहा कि कलमाडी साहब, याद्दाश्त आपकी गई है, अदालत की नहीं इसलिए ऐसी पैंतरेबाज़ियों से बाज़ आएं।
हम जानते हैं कि आपको वक्त की कद्र नहीं और कॉमनवेल्थ खेलों के दौरान एक भी काम वक्त पर पूरा न करके आपने इसे साबित भी किया है मगर बार-बार फर्जी़ कारणों से ज़मानत पाने की कोशिश कर हमारा वक्त बर्बाद न करें। रही बात जनता के सामने खुद को थप्पड़ मारने की तो जैसे अण्णा ने मोबाइल पर शूट कर तिहाड़ से अपना संदेश जनता तक पहुंचाया था वैसे ही आप भी खुद को थप्पड़ियाने का एमएमएस बना उसे यू ट्यूब पर अपलोड कर सकते हैं। उम्मीद करते हैं कि आपके वीडियो को भी उतने ही हिट मिलेंगे जितने जनता के हवाले किए जाने पर आपको मिलते।
अण्णा की प्रतिक्रिया
उधर जैसे ही ये ख़बर पांच दिन से अनशन पर बैठे श्री अण्णा हज़ारे के पास पहुंची तो उन्होंने मुंह से तो कुछ नहीं कहा मगर एक पर्ची पर इतना भर ज़रूर लिख दिया…अगर ऐसा हुआ तो अन्न के बाद मैं जल भी त्याग दूंगा!