नयी दिल्ली. पाकिस्तान में सिद्धू द्वारा झंडे गाड़ने के बाद बीजेपी के लिए एक और अच्छी खबर आई है, प्रधानमंत्री मोदी पर विवादित टिप्पणी करने वाले मणिशंकर अय्यर फिर से कांग्रेस पार्टी में वापसी कर चुके हैं। जाहिर है इस खबर से भाजपा में ख़ुशी की लहर दौड़ गई होगी। वैसे मणिशंकर अय्यर ने आज तक जो भी बयान दिए हैं उनसे कांग्रेस पार्टी को कोई ख़ास नुकसान नहीं हुआ है, यही कोई तीन-चार राज्य और 2014 का लोकसभा चुनाव उनकी बयानों की भेंट चढ़ गए हैं, जो कांग्रेस पार्टी के लिए मामूली बात है।
पार्टी में वापस आकर हँसते मणिशंकर अय्यर
सिद्धू के पाकिस्तान जाने से और अय्यर की पार्टी में आने से बीजेपी के नेता फूले नहीं समा रहे हैं। लेकिन अमित शाह फूँक-फूंककर कदम रखना चाहते हैं, इसलिए उन्होंने पार्टी कार्यकर्ताओं को सख्त हिदायत दी है कि ‘अन्दर-अन्दर ख़ुशी मनाओ! किसी को पता नहीं चलना चाहिए कि हम लोग अय्यर के आने से खुश हो रहे हैं!” साथ ही उन्होंने सार्वजानिक रूप से हँसने पर भी बैन लगा दिया है, जिसको भी हँसना है वो एकांत में जाकर हँस ले, मुँह में हाथ रखकर!
हालाँकि, अमित शाह ने इन ख़बरों को झूठा बताया है, फेकिंग न्यूज़ से बात करते हुए उन्होंने कहा कि “भई! हम लोग क्यों खुश होंगे! ये तो उनकी पार्टी का अंदरूनी मामला है, किसको अंदर लाना है किसको निकालना है, ये वे लोग जानें! इससे हमें क्या लेना देना? वैसे भी हम सिद्धू और अय्यर के भरोसे चुनाव नहीं लड़ते! वे तो सहयोगी भूमिका में रहते हैं! प्रचार का पूरा काम तो मोदीजी देखते हैं!”
उधर, कांग्रेस पार्टी के वरिष्ठ नेता दिग्विजय सिंह ने कहा है कि “मणिशंकर जी को वापस लाकर राहुल जी ने मास्टर-स्ट्रोक खेला है, मैं इस निर्णय की सराहना करता हूँ! अब हमारी पार्टी में नयी जान आ गई है और हम मुकाबले के लिए तैयार हैं!” दिग्विजय सिंह के इस बयान के बाद शाह ने थोड़ी रियायत देते हुए खुलेआम हँसने की छूट दे दी है।