भोपाल. एमपी के एक कॉलेज में पढ़ने वाली लड़की को भोपाल हाई कोर्ट ने 5 बार ‘पीएम नरेंद्र मोदी’ फ़िल्म देखने की सज़ा सुनाई है। प्रधानमंत्री मोदी पर अभद्र टिप्पणी करने वाली इस लड़की ने इस सज़ा को मानने से इनकार कर दिया है। वो कह रही है कि मैं फाँसी पे चढ़ जाऊँगी लेकिन मैं ये फ़िल्म नहीं देखूँगी!
पीएम नरेंद्र मोदी का ख़ौफ़
रीमा भारती नाम की इस लड़की ने अपनी फ़ेसबुक पोस्ट में मोदीजी को ‘जुमलेबाज़’ और ‘हवाबाज़’ बताया था। ‘अखिल भारतीय भक्त समाज’ नामक संगठन ने इसकी शिकायत पुलिस में कर दी और पुलिस ने उसे हिरासत में ले लिया और कोर्ट में पेश कर दिया।
कोर्ट ने मामले को बेहद गंभीर माना और लड़की को मोदीजी की बायोपिक को 5 बार देखने की ख़ौफ़नाक सज़ा सुना दी और कहा कि इसे टोरेन्ट से डाउनलोड करके नहीं, सिनेमा हॉल में जाकर देखे।
सज़ा को सुनते ही लड़की दया की भीख़ माँगने लगी और कहने लगी कि ‘पीएम नरेंद्र मोदी’ देखना मौत की सज़ा के बराबर है और इस छोटे से गुनाह के लिए मौत की सज़ा देना बहुत बड़ी नाइंसाफ़ी है।
इस बीच, देश भर के कई मानवाधिकार संगठन इस लड़की के समर्थन में उतर आये हैं और जगह-जगह कैंडल मार्च निकाल रहे हैं। इन संगठनों की माँग है कि इस फ़िल्म को और इसके ट्रेलर वगैरह को इंटरनेट से डिलीट कर देना चाहिए और इसकी सारी कॉपियों और पोस्टर्स को जला देना चाहिए ताकि फिर किसी मासूम को ऐसी सज़ा ना भुगतनी पड़े।