मुंबई. पिछले एक हफ्ते से महाराष्ट्र में शिवसेना और बीजेपी के बीच मुख्यमंत्री पद को लेकर खींचतान चल रही थी जो अब समाप्त होती दिखाई दे रही है। सूचना मिली है कि अमित शाह ने इस रार को अंत करने का समाधान ढूँढ निकाला है।
क्यों..कैसी रही?
एक चौंका देने वाली घटना में शाह ने महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री के रूप में फड़णवीस का नाम पीछे खींचकर, संजय राऊत का नाम आगे कर दिया है, वो भी पूरे पाँच सालों के लिए। शाह के इस निर्णय के बाद शिवसेना बैकफुट पर आ गयी है क्योंकि संजय राऊत अपने लिए नहीं बल्कि आदित्य ठाकरे के लिए मुख्यमंत्री पद माँग रहे थे।
शाह के इस बयान के बाद शिवसेना के भीतर ही सिर-फुटौव्वल शुरू हो गयी है। उद्धव ठाकरे ने संजय राऊत को खोपचे में बुलाया है ताकि उनकी तबियत से सुताई कर सकें।
फ़ेकिंग न्यूज़ से बात करते हुए शाह ने बताया कि, “देखिए भैया! संजय राऊत साब तो ढाई साल के लिए मुख्यमंत्री पद माँग रहे थे, मैं तो पूरे पाँच साल के लिए देने को तैयार हूँ, शर्त सिर्फ इतनी है कि जो सबसे ज्यादा कूद रहा था उसे ही सीएम बनना पड़ेगा! यानि राऊत को मुख्यमंत्री बनाएँगे, उद्धव जी अगर ‘हाँ’ कहें तो कल शपथ ग्रहण हो जाएगा!”
इसके बाद ‘ऑफ द रिकॉर्ड’ उन्होंने अपनी दिल की बात कही- “जब से चुनाव परिणाम आया है छाती पर मूँग दल रहा था ये संजय.. अब देखता हूँ उद्धव ठाकरे के सामने ‘सीएम’ पद स्वीकार करता है या नहीं? अब आएगा मज़ा, ये सीएम रहेगा और ‘आदित्य’ विधायक!” -कहते हुए शाह खी-खी करके हँसने लगे।
हालाँकि भाजपा ने शुरू से ही देवेंद्र फड़णवीस को मुख्यमंत्री के रूप में प्रोजेक्ट किया था लेकिन चुनाव में जीत के बाद शिवसेना की नीयत डोल गयी और वे मुख्यमंत्री का पद माँगने लगे। सीएम पद माँगने वालों की बोगी को संजय राऊत ही अकेले खींच रहे थे इसलिए शाह ने गेम खेलते हुए उन्हें ही मुख्यमंत्री बनाने का एलान कर दिया है।